काफल फन कैंप के ट्री प्लांटेशन ड्राइव में स्कूली बच्चों ने लगाए पेड़

खबर उत्तराखंड

देहरादून: पर्यावरण को लेकर अलख जगा रहे काफल फन कैंप ने आज स्कूली बच्चों के साथ पर्यावरण को लेकर एक नई अलख जगाने की कोशिश की काफल फन कैंप के को ओनर एवं पर्यावरण प्रेमी अंकित रस्तोगी ने बताया कि सबसे पहले तो मैं धन्यवाद देना चाहता हूं सभी लोगों का जो ट्री प्लांटेशन ड्राइव में काफल फन कैंप में पौधे लगाने के लिए आए और सभी के माध्यम से पूरी मेहनत करके यहां पर वृक्षारोपण किया गया है उन्होंने बताया कि सभी लोग जानते हैं कि उत्तराखंड में काफल जो फल है वह काफी प्रचलित है काफल की थीम पर ही काफल फन कैंप को डिजाइन किया गया है उन्होंने बताया कि जो भी चीज नेचर के करीब है उन्हीं को ध्यान में रखते हुए काफल फन कैंप को भी बनाया गया है यहां पर लोग आकर स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियां भी कर सकते हैं खेलने कूदने के लिए भी कई तरह की एक्टिविटीज को भी डिजाइन किया गया है यहां पर 100% प्राकृतिक सीनरी का आनंद ले सकते हैं काफल फन कैंप की स्थापना 2024 अप्रैल माह से हो गई थी और अगर बात करें अभी 4 तारीख को यहां पर हेल्थ कैंप भी लगाया जाएगा उसके बाद पर्यावरण दिवस पर भी काफल फन कैंप में कार्यक्रम किए जाएंगे उन्होंने बताया कि काफल फन कैंप में जो भी सामाजिक तौर पर कार्यक्रम होंगे वह यहां पर चलाए जाएंगे।

वही काफल के को ओनर एवं पर्यावरण प्रेमी मयंक अग्रवाल ने बताया काफल फन कैंप वह जगह है जहां पर लोग सादगी के साथ अपना समय व्यतीत कर सकते हैं और हमारा उद्देश्य भी यही है कि लोग कंक्रीट के जंगल से निकलकर नेचर के साथ कनेक्ट हो वर्ल्ड की अगर बात करें तो लोग नेचर के साथ पूरी तरह से कनेक्ट नहीं हो पा रहे हैं मयंक अग्रवाल ने बताया कि काफल फन कैंप में इस बात को टारगेट रखा गया है कि लोग सीधे तौर पर नेचर के साथ कनेक्ट हो और उनकी हेल्दी लाइफ हो काफल फन कैंप की यही प्राथमिकता है लोग आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में परेशान है काफल फन कैंप की भी यही कोशिश है कि लोग सीधे तौर पर प्रकृति के साथ जुड़े और यहां पर रिलैक्स फील करें अगर उद्देश्य की बात करें तो यहां पर बच्चों के लिए कई तरह के गेम्स उपलब्ध है छोटे-छोटे बच्चे आकर यहां पर एंजॉय कर रहे हैं आज ही बच्चों ने पूरे काफल कैंपस में वृक्षारोपण भी किया है आज भी ट्री प्लांटेशन ड्राइव में लगभग 10 से 15 बच्चों ने प्रतिभाग किया और उन्होंने यहां पर कई तरह के गेम्स को भी एंजॉय किया मयंक अग्रवाल ने बताया कि हमारी कोशिश भी यही है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को नेचर के साथ जोड़ने का काम करें।

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