नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 के रुझान आने शुरू हो गए है्ं. लगभग हर चुनाव में EVM पर सवाल उठते हैं. EVM वहीं मशीन है, जिस पर जाकर आप अपना वोट देते हैं. EVM को लेकर लोगों के मन में कई सवाल रहते हैं. ये काम कैसे करती है और इसमें कितने वोट स्टोर किए जाते हैं. कई सवालों पर हम पहले भी बात कर चुके हैं.
EVM में वोट काउंट कैसे होते हैं? बहुत से लोग ये सवाल भी कर रहे हैं. बैलेट पेपर के मुकाबले EVM पर काउंटिंग बहुत ही आसान है. सिर्फ एक बटन दबाते ही उस EVM में दर्ज वोट्स का रिजल्ट सामने आ जाता है. आइए जानते हैं ये पूरा प्रॉसेस काम कैसे करता है.
काउंटिंग की शुरुआत?
चुनाव के बाद सबसे पहले EVM को सुरक्षित काउंटिंग सेंटर तक पहुंचाया जाता है. इन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच स्ट्रॉन्ग रूम में रखा जाता है. इन्हें केवल इलेक्शन ऑफिसर की एक्सेस कर सकते हैं. हालांकि, काउंटिंग के वक्त राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि भी मौजूद होते हैं. इस पर लगातार नजर रखी जाती है.
काउंटिंग की प्रक्रिया
चुनाव नतीजों के दिन EVM को काउंटिंग के लिए तैयार किया जाता है. कंट्रोल यूनिट पर लगी सील को राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में तोड़ा जाता है और फिर शुरू होती है काउंटिंग की प्रक्रिया.
कैसे दिखता है रिजल्ट?
बैलेट पेपर की तरह EVM में काउंटिंग में ज्यादा वक्त नहीं लगता है. EVM की कंट्रोल यूनिट को एक्टिवेट किया जाता है. इसके बाद यूनिट पर लगे रिजल्ट बटन को क्लिक किया जाता है. इस बटन पर क्लिक करते ही CU यानी कंट्रोल यूनिट सभी कैंडिडेट को मिले वोट्स दिखाना शुरू कर देती है.
इस रिजल्ट को भी मैन्युअली काउंटिंग ऑफिसर और प्रतिनिधियों द्वारा रिकॉर्ड किया जाता है. कंट्रोल यूनिट पर रिजल्ट के अलावा एक टोटल बटन भी होती है. इस बटन पर क्लिक करके ये देखा जा सकता है कि कितने वोट्स पड़े हैं.
क्रॉस वेरिफिकेशन भी होती है
राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि कंट्रोल यूनिट पर दिख रहे रिजल्ट को वेरिफाई भी कर सकते हैं. इसके अलावा VVPAT (Voter Verifiable Paper Audit Trail) पर्ची के जरिए इलेक्ट्रॉनिक काउंट की एकुरेसी को वेरिफाई भी किया जाता है. इसके लिए कुछ यूनिट्स को रैंडम तरीके से चुना जाता है.
आखिर में किसी क्षेत्र की सभी EVM में दिख रहे रिजल्ट को एक जगह पर कैलकुलेट किया जाता है. जब सभी EVM के परिणामों को जोड़ लिया जाता है, तो आखिर में फाइनल रिजल्ट आता है. बता दें कि एक EVM (ECI) में अधिकतम 2000 वोट्स को रिकॉर्ड किया जा सकता है. हालांकि, सामान्यतः एक EVM में 1500 वोट्स ही रिकॉर्ड किए जाते हैं.