साल का पहला ‘मन की बात’ कार्यक्रम संपन्न, 109वें एपिसोड में पीएम मोदी ने की प्रेरणादायक चर्चा: Video

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नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2024 में अपने ‘मन की बात’ के पहले एपिसोड में देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं. पीएम मोदी ने अपने आज के संबोधन की शुरुआत राममंदिर के जिक्र के साथ की. पीएम मोदी ने कहा, ’22 जनवरी की शाम को पूरे देश ने रामज्योति जलाई, दिवाली मनाई. इस दौरान देश ने सामूहिकता की शक्ति देखी, जो विकसित भारत के हमारे संकल्पों का भी बहुत बड़ा आधार है. मैंने देश के लोगों से आग्रह किया था कि मकर संक्रांति से 22 जनवरी तक स्वच्छता का अभियान चलाया जाए. मुझे अच्छा लगा कि लाखों लोगों ने श्रद्धाभाव से जुड़कर अपने क्षेत्र के धार्मिक स्थलों की साफ़-सफाई की.

गणतंत्र दिवस में नारी शक्ति की चर्चा

109वें एपिसोड में आगे पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरे प्यारे देशवासियों, इस बार 26 जनवरी की परेड बहुत ही अद्भुत रही, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा परेड में नारी शक्ति (Women Power) को देखकर हुई, जब कर्त्तव्य पथ पर, केंद्रीय सुरक्षा बलों और दिल्ली पुलिस की महिला टुकड़ियों ने कदमताल शुरू किया तो सभी गर्व से भर उठे. इस बार परेड में मार्च करने वाले 20 दस्तों में से 11 दस्ते महिलाओं के ही थे. हमने देखा कि जो झांकी निकली, उसमें भी सभी महिला कलाकार ही थीं. जो सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए, उसमें करीब डेढ़ हज़ार बेटियों ने हिस्सा लिया.’

.@DRDO_India  ने जो झांकी निकाली, उसने भी सभी का ध्यान खींचा. उसमें यह दिखाया गया कि कैसे नारीशक्ति जल-थल-नभ, साइबर एंड स्पेस (Cyber और Space) हर क्षेत्र में देश की सुरक्षा कर रही है. 21वीं सदी का भारत, ऐसे ही महिलाओं की अगुवाई में विकास (Women Led Development) के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है.’

अर्जुन अवार्ड पाने वाली बेटियां

इस बार अर्जुन अवार्ड समारोह में भी जिस एक बात ने लोगों का खूब ध्यान खींचा, वो थी अर्जुन पुरस्कार पाने वाली बेटियां और उनकी जीवन यात्रा. इस बार 13 महिला एथलीट्स को अर्जुन अवार्ड (Arjun Award) से सम्मानित किया गया. इन बेटियों ने अनेकों बड़े टूर्नामेंटों में हिस्सा लिया और भारत का परचम लहराया. शारीरिक चुनौतियां, आर्थिक चुनौतियां, इन साहसी और टैलेंटेड खिलाड़ियों के आगे टिक नहीं पाईं.’

महिला स्वयं सहायता ग्रुपों की संख्या बढ़ी

पीएम मोदी ने कहा, ‘आज women self help groupsकी देश में संख्या देशभर में बढ़ी है. उनके काम करने के दायरे का भी बहुत विस्तार हुआ है. वो दिन दूर नहीं, जब आपको गांव-गांव में खेतों में, नमो ड्रोन दीदियां, ड्रोन के माध्यम से खेती में मदद करती हुई दिखाई देंगी.’

स्वास्थ्य सेवाओं का जिक्र

पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरे साथियो, जब आयुष चिकित्सा पद्धति की बात कर रहा हूं, तो मेरी आँखों के सामने यानुंग जामोह लैगोकी भी तस्वीर आ रही हैं. सुश्री यानुंग अरुणाचल प्रदेश की रहने वाली हैं और हर्बल औषधीय विशेषज्ञ हैं. छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में गरीब मरीजों की सेवा करते हुए उन्हें 5 दशक से ज्यादा का समय हो रहा है. हमारे देश में आयुर्वेद और हर्बल मेडिसीन का जो खजाना छिपा है, उसके संरक्षण में सुश्री यानुंग और हेमचंद जी जैसे लोगों की बड़ी भूमिका है. इसी तरह इस बार छत्तीसगढ़ के हेमचंद मांझी उनको भी पद्म सम्मान मिला है. वैद्यराज हेमचंद मांझी भी आयुष चिकित्सा पद्धति की मदद से लोगों का इलाज करते हैं.

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