लखनऊ. देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीट पर जीत दर्ज करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा उनकी कैबिनेट के 11 केंद्रीय मंत्री मैदान में उतरे थे. लेकिन अखिलेश यादव और राहुल गांधी की सोशल इंजीनियरिंग के सामने 7 मंत्रियों को करारी हार मिली. इनमें स्मृति ईरानी, अजय मिश्रा टेनी और महेन्द्रनाथ पांडेय का नाम भी शामिल है. हालांकि वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लखनऊ से राजनाथ सिंह जीत की हैट्रिक लगाने में कामयाब रहे.
अमेठी लोकसभा सीट से 2019 में बड़ा उलटफेर कर राहुल गांधी को शिकस्त देने वाली स्मृति ईरानी को इस बार बड़ी हार मिली है. गांधी परिवार के करीब किशोरी लाल शर्मा ने उन्हें डेढ़ लाख से अधिक वोटों से हराकर अमेठी की सीट फिर से कांग्रेस की झोली में डाल दी. वहीं लखीमपुर खीरी सीट से दो बार के सांसद और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी हैट्रिक लगाने से चूक गए. उन्हें समाजवादी पार्टी के उत्कर्ष वर्मा ने 33 हजार से अधिक वोटों से हराया.
महेन्द्रनाथ पांडेय और साध्वी निरंजा ज्योति भी हारीं
तीसरा झटका चदौली सीट से लगा, जहां केंद्रीय मंत्री महेन्द्रनाथ पांडेय अपनी सीट बचाने में नाकामयाब रहे. उन्हें समाजवादी पार्टी के वीरेंद्र सिंह ने 21 हजार से अधिक मतों से शिकस्त दी. महेन्द्रनाथ पांडेय चदौली सीट से तीसरी बार चुनाव मैदान में उतरे थे. मोदी सरकार के मंत्रियों का हार का सिलसिला यहीं नहीं थमा. फतेहपुर सीट से केंद्रीय मंत्री रहीं साध्वी निरंजन ज्योति को सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने 33 हजा से अधीक वोटों से हराया.
कौशल किशोर, संजीव बालियान भी नहीं बचा पाए अपनी सीट
लखनऊ की मोहनलालगंज सीट से मौजूदा सांसद और केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर भी अपनी सीट नहीं बचा पाए. समाजवादी पार्टी के आरके वर्मा ने उन्हें 70 हजार से अधिक मतों से हराया. वे तीसरी बार इस सीट से ताल ठोक रहे थे. इसके अलावा बीजेपी को सबसे बड़ा झटका पश्चिम यूपी की मुजफ्फरनगर सीट पर लगा, जहां रालोद से गठबंधन के बावजूद केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान हार गए. उन्हें सपा के हरेंद्र मलिक ने 24 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराया. जालौन लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री भानु प्रताप सिंह भी हार गए. समाजवादी पार्टी के नारायण दास अहिरवार ने उन्हें 53 हजार से अधिक मतों पर हराया.
इन मंत्रियों ने बचाई लाज
लखनऊ से राजनाथ सिंह, आगरा से एसपी सिंह बघेल, महराजगंज से पंकज चौधरी और मिर्जापुर सीट से अपना दल की अनुप्रिया पटेल अपनी-अपनी सीट बचाने में कामयाब रहीं। हालांकि पिछली बार की तुलन में उनकी जीत का अंतर कम रहा.