सहारनपुर: यूपी के सहारनपुर में वृंदावन से एक झूला रिपेयरिंग के लिए आया है. यह वृंदावन के सीताराम जी मंदिर का झूला है, जो करीबन 200 साल पुराना है. झूला देखकर लग रहा है कि ये काफी जर्जर हो गया है, जिसकी वजह से इसकी सुंदरता भी कम हो गई है. झूले पर बने कांच की डिजाइन और पॉलिश भी काफी खराब हो चुकी है. इसीलिए वृंदावन से सीताराम जी का झूला सहारनपुर लाया गया है, ताकि इसको फिर से एक अच्छा लुक देते हुए इसकी सुंदरता बढ़ाई जा सके.
बता दें कि सहारनपुर में लकड़ी की कारीगरी करने वाले असद खान के यहां इस झूले को भेजा गया है. झूले के साथ एक वृंदावन से रसीद भी दी गई है जिस पर लिखा हुआ है कि यह सीताराम जी का झूला है और यह सहारनपुर रिपेयरिंग के लिए जा रहा है. असद खान वुड कार्विंग के लिए मुख्यमंत्री अवॉर्ड ले चुके हैं. इनके द्वारा बड़े-बड़े मंदिरों व मस्जिदों के दरवाजे तैयार किए गए हैं.
असद खान ने कहा कि यह झूला सीताराम जी का है. 200 साल पुराने इस झूले को रिपेयर करना है. हमने वादा किया है कि रिपेयरिंग के बाद ये झूला 500 वर्षों तक चलेगा. वृंदावन से सहारनपुर के किसी अधिकारी से पूछा गया था कि वुड कार्विंग के अच्छे कारीगर का कॉन्टैक्ट नंबर चाहिए तो मेरा नंबर दिया गया. फिलहाल, हमने इस झूले को रिपेयर करना शुरू कर दिया है और एक महीने के अंदर हम इस झूले को बनाकर तैयार कर देंगे. अभी इसके सभी पार्ट अलग-अलग रखे हुए हैं, जब यह बनकर तैयार हो जाएगा तो इसकी सुंदरता को देखकर हर कोई दीवाना हो जाएगा.
बकौल असद खान- मैं ज्यादातर बड़े-बड़े मंदिरों और मस्जिदों के दरवाजे ही बनाता हूं. जैसे दिल्ली के शक्ति नगर में हनुमान मंदिर है, उसका 12 फीट ऊंचा व 24 फीट चौड़ा दरवाजा मैंने बनाया है. उसका उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी जी ने किया था. हरिद्वार में भी हमने बहुत बड़ा दरवाजा बनाया है. वुड कार्विंग के लिए 2017 में योगी आदित्यनाथ जी द्वारा मुख्यमंत्री अवार्ड भी मिला है.