देहरादूनः उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से बात की और उन्हें राज्य में हाल में हुई भारी बारिश के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग और कई राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) को हुए व्यापक नुकसान के बारे में जानकारी दी। धामी ने गडकरी से कहा कि मानसून के बाद राज्य में आने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की भीड़ को देखते हुए राजमार्गों की मरम्मत जल्द की जानी आवश्यक है।
गडकरी ने उन्हें स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। गढ़वाल के आयुक्त विनय शंकर पांडे को केदारनाथ यात्रा मार्ग पर बुनियादी ढांचे की बहाली के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया। धामी ने यात्रा मार्ग पर जारी बचाव कार्यों की जानकारी लेने के लिए अधिकारियों के साथ एक ऑनलाइन बैठक की। उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग और लोक निर्माण विभाग के सचिवों को प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने और बहाली कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया।
वहीं रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने कहा कि यदि मौसम अनुकूल रहा तो केदारनाथ तक जाने वाले यात्रा मार्ग से मलबा और पत्थर हटाने और इसे बहाल करने में एक सप्ताह का समय लग सकता है, जबकि मार्ग के 150 मीटर टूटे हिस्से की मरम्मत का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि केदारनाथ मंदिर के रास्ते में बचे हुए 1,000 तीर्थयात्रियों को निकालने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि, वे सभी सुरक्षित हैं और उनकी अच्छी तरह से देखभाल की जा रही है।
सुमन ने बताया कि बृहस्पतिवार की सुबह बचाव अभियान शुरू होने के बाद से 9,099 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। शुक्रवार रात राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी विज्ञप्ति में हालांकि बताया गया था कि एक अगस्त को अभियान शुरू होने के बाद से निकाले गए तीर्थयात्रियों की संख्या 10,715 है। भारतीय वायुसेना के चिनूक और एमआई17 हेलीकॉप्टर की भी बचाव अभियान में मदद ली जा रही है।