अल्मोड़ा (उत्तराखंड) : पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लेने के बाद अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन पहली बार अपने गृह जनपद अल्मोड़ा पहुंचे. अल्मोड़ा पहुंचने पर अल्मोड़ा के खेल प्रेमियों ने उनका भव्य स्वागत किया. पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत को पदक दिलाने से चूकने के बाद भी लक्ष्य सेन के स्वागत के लिए लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला. इस मौके पर लक्ष्य सेन ने कहा कि पेरिस ओलंपिक में उन्हें काफी कुछ सीखने को मिला और वो आगे अच्छा करेंगे.
अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन के अल्मोड़ा पहुंचने पर बैडमिंटन संघ की ओर से उनका भव्य स्वागत कार्यक्रम किया गया. लक्ष्य के अल्मोड़ा पहुंचने पर उनसे मिलने के लिए युवा खिलाड़ी काफी उत्साहित नजर आए. खत्याड़ी टॉप के पास महिलाओं ने पारंपरिक परिधान में लक्ष्य सेन का तिलक लगाकर स्वागत किया. वहीं ढोल नगाड़ों के साथ उन्हें माल रोड होते हुए कार्यक्रम स्थल तक लाया गया. इस दौरान जगह-जगह पर लोगों ने उन्हें फूल माला पहनाकर अभिनंदन किया. इस दौरान उनके कोच व पिता डीके सेन और माता मंजू सेन भी मौजूद रही.
पेरिस ओलंपिक में सेमी फाइनल खेल चुके बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन के साथ अनेक खेल प्रेमी सेल्फी लेते नजर आए. उनके स्वागत में अल्मोड़ा विधायक मनोज तिवारी भी मौजूद रहे. इस दौरान लक्ष्य सेन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पेरिस ओलंपिक में उनका टूर्नामेंट अच्छा रहा, उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला. इससे सबक लेकर वह आगे और अच्छा करेंगे. उन्होंने कहा कि जब वह ओलंपिक को रवाना हुए थे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका काफी उत्साहवर्धन किया था और जब ओलंपिक खेल कर वापस भारत लौटे तब भी प्रधानमंत्री मोदी ने खेल के बारे में चर्चा कर काफी हौसला बढ़ाया.
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने ओलंपिक में पुरुष बैडमिंटन में सेमीफाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय शटलर के रूप में इतिहास रच दिया. उन्होंने राउंड ऑफ 16 में इंडोनेशिया के जोनाथन क्रिस्टी और हमवतन एचएस प्रणय जैसे शीर्ष खिलाड़ियों पर जीत के साथ अपने ग्रुप में शीर्ष स्थान हासिल किया. उन्होंने क्वार्टर फाइनल में चोउ टिएन-चेन को भी चौंका दिया, लेकिन सेमीफाइनल में डेनमार्क के विश्व नंबर 1 विक्टर एक्सेलसन से हारने के बाद वे अपना पहला ओलंपिक पदक जीतने से चूक गए.