भराड़ीसैंण/गैरसैंण: उत्तराखंड विधानसभा के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है. आज सदन के पटल पर अनुपूरक बजट के साथ-साथ 8 विधेयक भी पेश किए गए. जिसमें जेलों में सुधार विधेयक, विधायकों के वेतन भत्तों में बढ़ोत्तरी विधेयक भी शामिल है.
5 हजार करोड़ से ज्यादा का है अनुपूरक: मानसून सत्र के दूसरे दिन सरकार करीब 5 हजार करोड़ से ज्यादा का अनुपूरक (Supplementary) बजट सदन के पेश किया. इसके साथ ही विधायकों के वेतन भत्तों में बढ़ोत्तरी विधेयक पर भी मुहर लगी.
विधायकों के वेतन भत्तों में बढ़ोत्तरी विधेयक होगा टेबल: 70 सदस्यीय उत्तराखंड विधानसभा के सदस्यों को अब प्रतिमाह वेतन-भत्ते के रूप में लगभग चार लाख रुपए मिलेंगे. बढ़ती महंगाई को देखते हुए तदर्थ समिति ने विधायकों के वेतन-भत्तों के साथ ही उनके वैयक्तिक सहायक के वेतन में वृद्धि की संस्तुति की थी. अभी तक विधायकों को वेतन भत्ते के रूप में प्रतिमाह लगभग 2.90 लाख रुपए मिलते हैं.
विधायकों की सेवा शर्तों पर विचार के लिए समिति हुई थी गठित: पंचम विधानसभा का गठन होने के बाद गत वर्ष विधायकों की सदन एवं निर्वाचन क्षेत्र, सेवा शर्तों पर विचार के लिए विधायक प्रीतम सिंह पंवार की अध्यक्षता में तदर्थ समिति गठित की गई थी. समिति ने सभी पहलुओं पर विमर्श के बाद अपना प्रथम प्रतिवेदन सौंपा, जिसे सरकार ने बुधवार को मानसून सत्र के पहले सदन में पेश किया. विधायकों के वेतन भत्तों में अलग-अलग मदो में तकरीबन 1 लाख रुपए तक की बढ़ोत्तरी की गई है.
इनके वेतन और भत्तों पर भी होगा फैसला: संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि तदर्थ समिति की कई संस्तुतियों को नामंजूर किया गया तो वहीं कुछ संस्तुतियों को मान लिया गया है. संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि विधायकों के वाहन चालकों का अब तक 12 हजार रुपए वेतन था, जिसे अब बढ़ाकर 20 हजार कर दिया गया है.
वहीं, इसके अलावा रेलवे के लिए दिए जाने वाले भत्ते का इस्तेमाल न होने पर वह भत्ता विधायकों को भुगतान कर दिया जाएगा. जो कि तकरीबन 70 हजार के करीब है. वही, इसके अलावा उन्होंने बताया कि विधायकों के वेतन में भी मामूली सा इजाफा किया गया है. बताया जा रहा है कि विधायकों के वेतन को दो लाख 72 हजार से बढ़कर चार लाख रुपए किया गया है.