देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन से अनुपूरक बजट पारित होगा। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने अनुपूरक बजट को लेकर कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में विकास योजनाओं के लिए बजट में कमी नहीं आने देना चाहती। अनुपूरक बजट के माध्यम से राज्य और केंद्र की योजनाओं को गति मिलेगी। जिन विभागों को बजट की जरूरत थी, उनके लिए भी बजट आवंटित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “हमारा सामान्य बजट किसी कारणवश धरातल पर उतर नहीं सका, लेकिन इस अनुपूरक बजट में गरीबों को प्रमुखता दी गई है। मौजूदा समय में गरीबों द्वारा झेली जा रही समस्याओं का निस्तारण करने की दिशा में पूरी रूपरेखा तैयार की गई है, जिसे आगामी दिनों में जमीन पर उतारा जाएगा। इसके अलावा, युवाओं के कौशल पर विशेष फोकस किया जाएगा, ताकि वे देश प्रदेश के विकास में अपनी अहम भूमिका निभा सकें।”
उन्होंने कहा, “इस अनुपूरक बजट में मातृ शक्ति और किसानों को विशेष प्रमुखता दी गई है। अनुपूरक बजट में हमने प्रयास किया है कि केंद्र सरकार की ओर से प्रदेश के लिए जितनी भी योजनाएं चलाई जा रही हैं, उसे कैसे जमीन पर उतारना है, इस बारे में हमने व्यापक स्तर पर विचार विमर्श किया है। हमने बजट के जरिए यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि कोई भी व्यक्ति विकास से अछूता ना रहे। अगर कोई ऐसा रहता है, तो हम अपने स्तर से सभी प्रकार के लाभ मुहैया कराने की दिशा में समुचित कदम उठाएं।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, “इसके अलावा, हमने बजट के जरिए यह भी सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि हमारे राज्य की परिसंपत्तियों को किसी भी प्रकार की क्षति ना पहुंचे और भविष्य में हम अपनी आगामी पीढ़ी को एक अच्छा परिवेश देकर जाएं। इस दिशा में हमने उल्लेखनीय प्रयास करने होंगे, तो कुल मिलाकर मैं यही कहना चाहूंगा कि सामान्य बजट में आने वाली कमियों को दूर करने के लिए हमने अनुपूरक बजट का खाका तैयार किया है। मैं एक बात फिर से दोहराना चाहूंगा कि इसमें हमने जो भी रूपरेखा निर्धारित की है, उसे अब हम आगामी दिनों में जमीन पर उतारने की दिशा में कदम उठाएंगे। कोई भी अधिकारी अगर ऐसा करने में विफल रहता है, तो उसे तंत्र से बाहर करने की कोशिश करेंगे। हम चाहेंगे पूरा तंत्र सुचारू रूप से काम कर सकें।”