देहरादून: उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से वाहनों का किराया बढ़ाने से उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में भी सफर महंगा हो गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने बसों के किराये में न्यूनतम 25 पैसे प्रति किमी की वृद्धि की है। जिससे उत्तर प्रदेश के सीमाक्षेत्र में उत्तराखंड ने भी परिवहन निगम की बसों का किराया बढ़ा दिया है। दून-दिल्ली मार्ग पर साधारण बस का किराया 45 रुपये बढ़ा है। वर्तमान में उत्तराखंड परिवहन निगम की बसें दिल्ली के लिए 375 रुपये किराया ले रहीं थी, मगर अब किराया 420 रुपये हो गया है। वाल्वो बस का किराया 47 रुपये बढ़ा है। देहरादून से दिल्ली वाल्वो बस का किराया अब तक 888 रुपये था, जो बढ़कर 935 रुपये हो गया है। उत्तराखंड परिवहन निगम की बसें उत्तर प्रदेश की सीमा में जितने किलोमीटर चलेंगी, उसी हिसाब से किराया अधिक देना होगा। उत्तराखंड की बसें उत्तर प्रदेश के कई शहरों के लिए संचालित होती हैं। इसके साथ उत्तराखंड की बसें उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद, कानपुर, लखनऊ, आगरा, सहारनपुर, अलीगढ़ भी जाती हैं।
उत्तराखंड की देहरादून से दिल्ली जाने वाली बसें उत्तर प्रदेश के सीमा क्षेत्र में करीब 200 किमी, जबकि हल्द्वानी मार्ग पर करीब 100 किमी चलती हैं। लखनऊ मार्ग पर 575 किमी, आगरा मार्ग पर 365 किमी, जबकि कानपुर मार्ग पर 565 किमी का क्षेत्र उत्तर प्रदेश की सीमा में पड़ता है। यूटीसी के महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि उत्तर प्रदेश के सीमा क्षेत्र में जो बसें चलेंगी, उन बसों में ही किराया बढ़ाया गया है।
अपडेट हो रहीं टिकट मशीनें
उत्तराखंड परिवहन निगम ने मंगलवार दोपहर दो बजे से बढ़ा हुआ किराया लागू कर दिया। हालांकि, पहले चरण में केवल साधारण बसों की टिकट मशीनें ही अपडेट हो पाईं। देर शाम वाल्वो बसों की मशीनों को भी अपडेट कर दिया गया, मगर एसी बसों की मशीनें अभी अपडेट नहीं हुई हैं।
निगम के महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि रात्रि की वाल्वो बसें बढ़े हुए किराये के साथ गईं, जबकि एसी बसों को फिलहाल पुराने किराये पर ही भेजा गया। बताया कि सभी मशीनें बुधवार सुबह तक अपडेट कर दी जाएंगी।
एक वर्ष के भीतर दोहरी मार
उत्तराखंड की जनता को एक वर्ष के भीतर दूसरी बार बढ़े हुए किराये की मार झेलनी पड़ेगी। जुलाई-2022 में उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश में वाहनों का किराया बढ़ाया था। उस वक्त उत्तर प्रदेश की बसों का किराया कम था, लेकिन अब उत्तर प्रदेश में किराया वृद्धि होने से उत्तराखंड के यात्रियों को अधिक जेब ढीली करनी होगी।