ऋषिकेश: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2023 की तिथि पहले ही घोषित की जा चुकी है. जिसको देखते हुए गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने ऋषिकेश नगर निगम के सभागार में संबंधित जिलों के के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को 31 मार्च तक चारधाम यात्रा को लेकर सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर लेने की डेडलाइन तय कर दी है. साथ ही उन्होंने कहा कि लापरवाही मिलने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
बैठक में यात्रा से संबंधित जिलों के अधिकारी शामिल हुए. इस दौरान गढ़वाल कमिश्नर ने सड़क, पेयजल, सफाई से लेकर अन्य आवश्यक इंतजामों का फीडबैक लिया. खासकर सड़कों की हालत सुधारने में लेटलतीफी पर नाराजगी जाहिर की. जोशीमठ में ठहरने और होकर गुजरने के दौरान यात्रियों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए.
कमिश्नर ने दो टूक कहा कि हर हाल में यात्रा से जुड़ी हर व्यवस्था को 31 मार्च तक चाक-चौबंद कर लिया जाए. डीआईजी गढ़वाल करण सिंह नगन्याल ने यात्रा मार्गों पर भूस्खलन के वक्त आने वाले मलबे को भी शीघ्र हटाने के लिए पुख्ता व्यवस्था करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए. मौके पर तैनात विभागीय अधिकारियों के संपर्क नंबर भी पुलिस को उपलब्ध कराने के लिए कहा.
इस दौरान गढ़वाल डीआईजी करण सिंह नगन्याल ने बताया कि पुलिस ने यात्रा में सुरक्षा से लेकर यातायात व्यवस्था को दुरूस्त रखने के लिए सभी एक्सरसाइज कर ली है. पिछली दफा की तरह इस बार भी सुरक्षित और सुगम यात्रा संचालन के लिए पुलिस तत्पर है. गौरतलब है कि कोरोना काल में दो साल बाद 2022 में चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड तोड़ यात्री पहुंचे थे. जिसको लेकर इस बार भी रिकॉर्ड श्रद्धालुओं और यात्रियों की पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है.