देहरादून: प्रदेश के हर जिले एवं ब्लाक मुख्यालय तक रोडवेज बसों का संचालन किया जाएगा। जहां अब तक रोडवेज बस नहीं पहुंची है, वहां जल्दी ही प्रदेश के प्रमुख शहरों से बस सेवा शुरू की जाएगी। परिवहन मंत्री चंदन रामदास ने यह घोषणा परिवहन निगम की नई कार्यशाला एवं देहरादून के मंडल कार्यालय के प्रशासनिक भवन के शिलान्यास कार्यक्रम के अवसर पर की। उन्होंने कहा कि रोडवेज 610 नई बसें ले रहा, जिनमें बीएस-6 डीजल, सीएनजी व इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं।
दून मंडल की नई कार्यशाला का निर्माण कराया जाना
उत्तराखंड परिवहन निगम की ओर से ट्रांसपोर्टनगर में दून मंडल की नई कार्यशाला का निर्माण कराया जाना है। अब तक यह हरिद्वार रोड पर चल रही है, लेकिन 25.77 करोड़ रुपये से रोडवेज अब नई आधुनिक कार्यशाला बना रहा। नई कार्यशाला में मंडल कार्यालय का भवन भी होगा। मंडल प्रबंधक, स्टेशन अधीक्षक एवं सहायक महाप्रबंधक का कार्यालय भी यहीं पर शिफ्ट होगा। अभी सभी कार्यालय गांधी रोड पर संचालित हो रहे।
नई कार्यशाला व मंडल कार्यालय का शिलान्यास
परिवहन मंत्री चंदन रामदास और धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने गुरुवार दोपहर नई कार्यशाला व मंडल कार्यालय का शिलान्यास किया। इस अवसर पर परिवहन मंत्री ने कहा कि अभी तक रोडवेज 300 करोड़ रुपये के नुकसान में था, मगर यह पहली बाहर हुआ है, जब रोडवेज 20 करोड़ रुपये के मुनाफे में आया है। रोडवेज अब अपने खर्च खुद वहन कर रहा व उस पर कोई लंबित भुगतान भी नहीं रहा। कार्यशाला व अपने भवनों का निर्माण खर्च रोडवेज स्वयं वहन कर रहा है। चारधाम यात्रा में इस बार रोडवेज की 80-90 बसों को लगाया गया था और डेढ़ माह में पांच करोड़ रुपये की आय हुई। भविष्य में यात्रा में और बड़ा बस बेड़ा लगाया जाएगा।
यात्री सुविधा के लिए परिवहन मंत्री ने हरिद्वार व काठगोदाम में नया आइएसबीटी बनाने का ऐलान किया। कहा कि टनकपुर में केंद्रीय कार्यशाला बन रही है। रामनगर, काशीपुर, रुद्रपुर और रुड़की में बड़े डिपो बनाए जाएंगे। भवाली, श्रीनगर, अल्मोड़ा, हरबर्टपुर समेत छह नए डिपो बनाए जाने काम चल रहा। रोडवेज की बसें समय पर चलें व समय पर पहुंचे, यह व्यवस्था की जा रही है। आनलाइन टिकट बुकिंग हो रही है, ऐसे में चालक-परिचालक खाली बसों को न चलाएं।
हर जिले और ब्लाक मुख्यालय को बस सेवा से जोड़ा जाएगा
यात्रियों का इंतजार करें तो बसें घाटे में नहीं जाएंगी। डग्गामार वाहन में जो यात्री बैठ रहे हैं, वह यात्री रोडवेज में बैठेंगे। रोडवेज 610 नई बीएस-6, सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें ले रहा। प्रदेश के हर जिले और ब्लाक मुख्यालय को रोडवेज की बस सेवा से जोड़ा जाएगा। रोडवेज भविष्य में प्रदेश में वित्तीय प्रबंधक संस्था के रूप में सामने आएगा। रोडवेज की संपत्तियों का आकलन कर चिह्नीकरण किया जा चुका है। इस दौरान रोडवेज के प्रबंध निदेशक रोहित मीणा, महाप्रबंधक दीपक जैन और दून मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता उपस्थित रहे।
परिवहन निगम करेगा आइएसबीटी का संचालन
देहरादून आइएसबीटी के संचालन को लेकर जल्द मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ बैठक होगी। परिवहन मंत्री ने बताया कि आइएसबीटी संचालित कर रही रैमकी कंपनी को कंपनी को चेतावनी दे दी गई है कि अगर सुधार नहीं किया तो करार निरस्त कर दिया जाएगा और परिवहन निगम खुद इसका संचालन करेगा।
डिपो में बनाए जाएंगे विश्राम गृह और सामान रखने के लौकर
परिवहन मंत्री ने कहा कि रात को दो बजे जो यात्री दिल्ली या दूसरे शहर से बस से यहां पहुंचता है, वह गंतव्य स्थल तक जाने के लिए छोटी गाडिय़ों का इंतजार करता है। अगर डिपो में विश्राम गृह बनाए जाएं व यात्रियों का सामान रखने को लाकर रूम बना दिया जाए तो यात्री सस्ती दरों पर वहीं आराम करेंगे और सुबह रोडवेज बसों से ही गंतव्य स्थल रवाना होंगे। परियोजना पर जल्द काम शुरू किया जाएगा।
कुल्हान में बनेगा रोडवेज मुख्यालय
रोडवेज को अब अपने मुख्यालय पर सालाना 20 करोड़ रुपये किराये पर खर्च नहीं करने पड़ेंगे। अक्टूबर-2003 में गठन के बाद से उत्तराखंड रोडवेज का मुख्यालय किराये के भवन में चल रहा है। पहले यह वसंत विहार में किराये के भवन में था और अब हरिद्वार बाईपास पर यूसीएफ सदन में संचालित हो रहा है।
अब रोडवेज मुख्यालय सहस्रधारा रोड स्थित कुल्हान में परिवहन आयुक्त कार्यालय की दूसरी मंजिल पर बनाया जा रहा। शुक्रवार यानी आज सुबह परिवहन मंत्री चंदन रामदास रोडवेज मुख्यालय के नए भवन का शिलान्यास करेंगे। निर्माण की जिम्मेदारी उत्तराखंड पेयजल निगम को दी गई है और निर्माण की लागत 4.80 करोड़ रुपये रोडवेज खुद वहन करेगा।
सीएनजी स्टेशन बनाए जाएंगे
आरटीए की बैठक में डीजल विक्रम व आटो हटाने के निर्णय पर परिवहन मंत्री ने कहा कि वाहन हटाने से पहले सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएं। उन्होंने कहा कि देहरादून में सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों के चार्जिंग स्टेशन बनाने जा रहे हैं। पर्वतीय मार्गों पर सौर ऊर्जा से इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन भी बनाने का काम होगा।