देहरादून: कांग्रेस के पूर्व सैनिक विभाग के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रिटायर्ड कैप्टन प्रवीण सिंह डाबर आज राजधानी के दौरे पर हैं. इसी बीच उन्होंने अग्निपथ योजना को युवा विरोधी बताया और इंडिया गठबंधन की सरकार बनने के बाद अग्निपथ योजना को रद्द करने की बात कही है. साथ ही प्रवीण सिंह डाबर ने मोदी सरकार पर करीब डेढ़ लाख युवाओं के सपनों को खत्म करने का आरोप लगाया है. इसके अलावा उन्होंने अग्निपथ योजना लागू होने पर करीब डेढ़ लाख युवाओं की छीनी गई नौकरियां वापस देने जाने की मांग उठाई है.
युवाओं के लिए न्याय मांगेगी कांग्रेस
कैप्टन प्रवीण सिंह डाबर ने कहा कि कठोर चयन प्रक्रिया से गुजरने के बाद 2019 और 2022 के बीच सरकार ने फौज के लिए रिक्रूटमेंट की थे, लेकिन युवाओं को सारी प्रक्रियाओं के बाद भी भर्ती से वंचित कर दिया गया. उन्होंने कहा कि इनमें से अधिकतर युवा दिल्ली में आंदोलनरत हैं, लेकिन सरकार उन्हें फौज में नहीं ले रही है. ऐसे में कांग्रेस पार्टी ने तय किया है कि मार्च से पहले करीब 30 लाख पूर्व सैनिकों से संपर्क स्थापित करके उन युवाओं के लिए न्याय मांगा जाएगा.
अग्निपथ योजना की खामियों को गिनाया
प्रवीण डाबर ने अग्निपथ योजना को लेकर कहा कि इसमें चयनित युवाओं को सेना के नियमित सैनिकों की तुलना में कम वेतन मिलता है और कुल मासिक वेतन करीब 21 हजार रुपए ही होता है, जबकि नियमित सैनिकों को 45 हजार रुपए मिलते हैं. ऐसे में इन युवाओं को महंगाई भत्ता की सुविधा भी नहीं मिलती है और सैन्य सेवा वेतन भी नहीं दिया जाता है. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत आने वाले युवाओं को शहीद होने के बाद भी शहीद का दर्जा नहीं दिया जाएगा. इसमें चयनित युवा किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय और अन्य सुविधाओं का लाभ भी नहीं उठा सकते हैं.
कांग्रेस ने प्रदर्शन किए जाने का लिया निर्णय
प्रवीण डाबर ने कहा कि 1 फरवरी से 28 फरवरी तक इसके विरोध में संपर्क अभियान चलाया जा रहा है, इसके बाद अगले माह से प्रत्येक जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन किए जाएगा. उसके बाद मार्च के आखिरी सप्ताह तक हर जिले में 50 किलोमीटर की न्याय यात्रा निकाली जाएगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस योजना की खामियों को लोकसभा चुनाव से पहले पूरे जोर-जोर से उठाने जा रही है, क्योंकि अब एंटी मोदी लहर उठनी शुरू हो गई है और अब मोदी तीसरी बार फिर नहीं आने वाले हैं.